कौन कहता है
पत्थरों का दिल नहीं होता ?
होता है
हमने तो ऐसे दिल भी देखे हैं
जिनकी हार्ट सर्जरी तक हो चुकी है।
धुप और छाँव
हमने सोचा कि हमारा घर धुप में होना चाहिए
फ़िर सोचा छाँव में होना चाहिए
फ़िर मुस्कराकर हमने अपने आप से कहा
पहले घर तो हो
धुप होगी तो छाँव भी चली आयेगी।
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Tuesday, April 29, 2008
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6 comments:
khoobsoorat!
बढ़िया.
आपके आशियाने की तलाश जल्द पूरी हो
'पहले घर तो हो…'
बहुत ख़ूब।
badhai. blog ki duniya me aapka aur aapki kavitaon ka swagat ek latecomer ki or se.
होता है लेकिन वह भी पत्थत का ही तो होता होगा न?
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